हयात तय्यबह/2
हरान(IQNA)इस्लामी मान्यताओं में, मनुष्य एक श्रेष्ठ प्राणी है और क्षमताओं से भरपूर है जिसे जानना और विकसित करना आवश्यक है। इस्लाम की नज़र में, एक व्यक्ति शुद्ध जीवन प्राप्त कर सकता है और मृत्यु के बाद भी इस जीवन को जारी रख सकता है।
समाचार आईडी: 3480341 प्रकाशित तिथि : 2023/12/23
कुरानी सूरह/50
तेहरान (IQNA) पुनरुत्थान या मृत्यु के बाद जीवन एक ऐसा विषय है जिस पर धार्मिक शिक्षाओं में जोर दिया गया है। सूराए क़ाफ़ पवित्र क़ुरआन की उन सूराओं में से एक है, जो इनकार करने वालों का जवाब उन लोगों के हवाले से देती है, जिन्होंने इस दुनिया में जीवन को सीमित माना है।
समाचार आईडी: 3478280 प्रकाशित तिथि : 2022/12/24